मंगलवार, 28 फ़रवरी 2017

जीवन के कृष्ण पक्ष में मुस्कान मेल स्थगन , ड्रीम द्वारका परियोजना जारी

ड्रीम द्वारका के पोस्ट सुदीर्घ अवधि से लंबित हैं। 26 दिसंबर के बाद कोई प्रगति रिपोर्ट नहीं है। 

दरअसल काल का पहिया किस गति से कब स्वयं के चक्र को चलायेगा यह हम कहां समझ पाते हैं।

मुस्कान मेल 23 फरवरी से स्थगित है। स्थगन की सूचना देते हुए हमने कहा था कि जीवन के कृष्ण पक्ष में मुस्कान मेल अल्पकालिक विराम ले रहा है ।  श्रोता समाज को यह जानकारी नियमित मेल के साथ आडियो कैप्सूल के बिना दी गयी । यह भी कहा गया कि  पुनः शुरुआत करने से दो दिन पूर्व सूचना दी जायेगी।

मुस्कान मेल पर अपनी प्रतिक्रिया देने वालों में से अधिकांश इसका संज्ञान लेने में चूके परंतु आदरणीय शशिपाल शर्मा शास्त्री जी ने ना केवल प्रतिक्रिया दी अपितु कृष्णपक्ष से उबरने के लिये आशीर्वचन भी दिये, शुभास्ते पंथ ......

आभार

मुस्कान मेल समसामयिक विषयों पर टिप्पणी और सहज होकर जीवन आनन्द लेने की सलाह है। हम कुछ पल शिशु वाली मुस्कान  लायें, सहज हास्य बोध तन मन में पनपने दें यह प्रयास है।

लेकिन संप्रति दो जिम्मेदारियां एक साथ हों , दोनों की प्रकृति एक दूसरे से अलग हो और एक संकल्प अनिवार्य हो जिसे छोड़ना अपनी चेतना के स्तर पर कठिन हो और दूसरा अनिवार्यता नही आवश्यकता और विलासिता के बीच की स्थिति हो तो आवश्यकता को कम किया जा सकता है और विलासिता से मुक्त हुआ जा सकता है। 
मुस्कान मेल के साथ यही स्थिति है। 

मुस्कान मेल एक कार्यक्रम भर है। जिसे गंभीरता से कम लोग लेते हैं। हां मुस्कान के लिये सुनते अनेक लोग हैं। यह भी कम नहीं है। 

लोग सुनते हैं तो अपना उद्देश्य पूरा हो रहा है। 

पर जो समय का दबाव है उसमें दो परस्पर अलग रूचि को एक साथ ले चल पाना कठिन हो गया है। 
ऐसे में मुस्कान मेल का स्थगन लंबा चल सकता है। 
कामना करें कि यह स्थगन शीघ्र समाप्त हो।