शुक्रवार, 15 जनवरी 2016

मकर संक्रान्ति के अवसर पर 15 जनवरी 2016 को ड्रीम द्वारका परियोजना का लोकार्पण

नई दिल्लीः 15 जनवरी 2016

ड्रीम द्वारका परियोजना आज विधिवत आम जन के सेवार्थ समर्पित है। यह परियोजना जीवनशैली में सुधार के साथ हम में से हर किसी की समस्याओं के समाधान में यथासंभव सहयोग उपलब्ध कराने के लिए आरंभ हो रही है। 

हम यह मानते हैं कि हम मानवों की अधिकांश समस्याएं हमने खुद पैदा की हैं और इनके समाधान के लिए हमें अपने जीवन में सार्थक परिवर्तन के लिए आगे आना चाहिए।

पेशे से एक रेडियो -टेलीविजन पत्रकार और अभिरुचि से धर्म के विज्ञान का शोधार्थी होने के नाते मैंने जो भी ज्ञान अर्जित किया है वह ज्ञान सबजन हिताय सबजन सुखाय समर्पित है। 

आज प्रातःस्नान के साथ मैंने संकल्प लिया है कि मैं अब से अपना संपूर्ण जीवन मां भगवती के भ्रामरी रूप के उद्भव और संरक्षण के लिए बिताउंगा।

मैं यह मानता हूं कि आज दुनिया भर में अज्ञानवश कीटों के विरुद्ध एक विनाशकारी अभियान चल रहा है जिसके परिणाम अन्ततः मानवों को ही भुगतने पड़ रहे हैं। 

जिस तरह एक वन प्रदेश में सभी जीव जंतुओं के सिरमौर के रूप में सिंह या बाघ का होना पारिस्थितिक तंत्र की संपूर्णता का परिचायक होता है ठीक उसी तरह एक आत्म निर्भर मानव नियंत्रित गांव और नगर तंत्र में  कीट समाज के सिरमौर भ्रमर का होना अनिवार्य  संकेतक है। 

मगर दुर्भाग्यवश कहीं से भंवरों को बचाने का अभियान कहीं नहीं दिख रहा क्योंकि उसकी आवश्यकता और उपयोगिता को गंभीरता से नहीं देखा जा रहा है। 

मानव की खाद्य आवश्यकताओं के लिए कीट समाज की स्वस्थ और सम्यक उपस्थिति अनिवार्य है पर कीटों के विविध वंश को कीटनाशकों द्वारा नष्ट किया जा रहा है। 

ड्रीम द्वारका अभियान के अंतर्गत गांव और महानगर की हर छत पर ऑरगेनिक फॉर्मिंग को बढ़ावा देने पर जोर दिया जाएगा।  हर छत चाहे वह छोटा हो या बड़ा इसके कुल क्षेत्र के एक तिहाई हिस्से में मौसमी फूल औऱ , एक तिहाई हिस्से में मौसमी सब्जी उगाने का लक्ष्य रखा जाएगा। बाकी बचे एक तिहाई हिस्सा का आधा छत के उपयोगकर्ता  परिवार के लोगों के बैठने के लिए तथा आधा हिस्सा स्थायी महत्व के झाड़ीदार वनस्पतियों के लिए आरक्षित  होगा।

यहां उगायी जा रही वनस्पतियों पर किसी भी तरह के कीटनाशक का प्रयोग पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा। इनमें रासायनिक खाद नहीं डाले जाएंगे।

इसके लिए हम एक व्यापक जनजागृति अभियान चला रहे हैं। 

इस अभियान में हमें आपका सहयोग चाहिए। 

यदि आप प्रोफैशनल हैं और अपना समय समाज के लिए दान कर सकते हैं तो अपनी विशेषज्ञता का लाभ हमारे आम उपभोक्ताओं को दीजिए। हम देश की राजधानी दिल्ली में द्वारका सब सिटी की सोसाइटीज में अपना जनजागरण अभियान चलाएंगे। 

इन अभियानों में अपने कौशल से आप उनको सलाह सेवा दे सकते हैं। यदि आपके पास बेचने के लिए कोई उत्पाद है तो आप अपने उत्पाद के सैंपल के साथ इस अभियान में भाग लेकर अपने उत्पाद बेच सकते हैं।   

पेशे से एक रेडियो टेलीविजन पत्रकार होने के नाते मैं किसी भी व्यक्ति -छात्र-छात्रा को रेडियो और टेलीविजन में एनाउन्सर, रेडिय़ो जाकी, न्यूजरीडर, प्रजेन्टर और कार्यक्रम निर्माण की हर जानकारी निःशुल्क उपलब्ध कराने का वचन देता हूँ। 

यदि कोई भी व्यक्ति वाक कला यानि बोलने की कला सीखना चाहता है तो उसकी मदद के लिए एक प्रोफैशनल तरीके से तैयार कोर्स उपलब्ध है जिसका संचालन हमारे अभियान के लिए होगा। 

इसके अलावा हम प्रिन्ट मीडियम या तेज गति से उभर रहे इंटरनेट यानि वेब पत्रकारिता के क्षेत्र में काम करने के इच्छुक प्रशिक्षुओं की हरसंभव मदद के लिए तैयार हैं। 

प्रशिक्षण के  लिए फिलहाल हमारे दो केन्द्र कार्यरत हैं। इनमें से एक जनकपुरी तथा दूसरा द्वारका में है। 

हम जल्दी ही धर्म और अध्यात्म के क्षेत्र में भी आत्मिक उत्थान के लिए प्रशिक्षण शिविर शुरु करने जा रहे हैं जहां आकर कोई भी व्यक्ति अपने तन को स्वस्थ बनाने के उपाय और मन को प्रसन्न रखने की कला सीख सकेगा। 

हर आयुवर्ग के लोग इस अभियान में संग चलने के लिए आमंत्रित है। 


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