रविवार, 11 जून 2023

डिजिटल मंच पर पावन का प्रवेश

पावन एक एप आधारित तन्त्र है जिसका उद्देश्य अपने नाम की तरह ही लोगों के जीवन को पावन तरीके से सुखमय बनाना है। कुछ युवा उद्यमियों द्वारा स्थापित यह एप जीवन से जुड़े विविध पक्षों पर लोगों को सकारात्मक जानकारी देता है। इस पर रखे गए अधिकांश तथ्य मुझे वास्तविक जीवन से जुड़े लगे हैं। 

प्रत्येक जीव और विशेष रूप से हम सभी मानवों का लक्ष्य स्वस्थ तन और प्रसन्न मन पाना है। इन दो लक्ष्यों को पाने के क्रम में ही सृष्टि और जगत के लगभग सभी अन्य लक्ष्य आ जाते हैं।   

हमारी समस्या सबसे बड़ी यही है कि जन्म से लेकर मृत्यु तक चेतना का विकास होने के बाद से ही तन को सदैव इच्छानुसार स्वस्थ और मन को हर स्थिति में प्रसन्न रखना अधिकाँश लोगों के लिए संभव नहीं होता।

मेरी मातृभाषा मैथिली में एक कहावत है  

राजा दुखी प्रजा दुखी जोगी के दुख दुन्ना ।

आशय राजा और प्रजा दोनों दुखी हैं और जोगी जो घर परिवार के झँझट से मुक्त हो चुका कब का उसका दुख दूना है। समकाल के जोगियों को देखकर अक्सर मुझे जबर्दस्त हँसी आती है।

ठीक कबीर की तरह जो कहते हैं पानी बीच मीन पिआसी , सुन-सुन मोहे आवत हाँसी। यानि मछली पानी में है और प्यास से मरी जा रही है जिसे देखकर मुझे हँसी आ रही।

बात बिल्कुल ठीक है। हम आप सभी में से अधिकांश इसी मछली की तरह हैं जो अपनी अतृप्त प्यास के लिए भटकने को अभिशप्त है।  

पावन पर उपलब्ध सामग्रियों को देखकर लगा कि ऐसे अतृप्त लोगों के लिए, वास्तविक पीड़ा भोग  रहे लोगों के लिए पावन एक अच्छा विकल्प बन सकता है। डिजिटल मंच पर पावन का प्रवेश एक नजर में मुझे सुखद लगा है। अभी हाल ही में मुझे इस एप के बारे में जानकारी मिली। और जानकारी के लिए आप भी एप डाउनलोड कर सकते हैं।