जय सियाराम
पारिजात संचेतना मंडल ट्रस्ट की ओर से दिनांक 29 नवंबर वर्ष 2015 के
प्रातःकाल सात बजे बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय परिसर में आई टी एलुमेनी अतिथि गृह
के रूम नंबर 17 में Vision Document तैयार किया गया जिसका प्रथम प्रारूप इस प्रकार है।
इसमें कई संशोधन आवश्यकतानुसार आने वाले दिनों में किए जाएंगे। नए संकल्प और प्रावधान जोड़े जाएंगे।
महामना पंडित मदन मोहन मालवीयजी के चित्र और उनके पावन आशीर्वाद से पूरित
अतिथि गृह में लिखित यह दृष्टि दस्तावेज अपने संकल्प के अनुसार साकार हो।
अक्षय नवमी, 22 नवंबर 2015 की तिथि को ड्रीम द्वारका परियोजना का संकल्प सबका
घर एपार्टमेंट द्वारका नई दिल्ली में लिया गया था।
25 नवंबर 2015 को कार्तिक पूर्णिमा तिथि को इस संकल्प को दोहराते हुए इसे
अग्रसारित किया गया था।
28 नवंबर 2015 को मार्गशीर्ष यानि माघ मास में कृष्ण पक्ष की तीसरी तिथि को बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय
परिसर में स्थापित श्री विश्वनाथ मंदिर प्रांगण में इस संकल्प के अनुकूल तथ्यों को
देखा और अनुभव किया गया। मंदिर की दीवारों पर गर्भगृह के बाहर, उत्तरी द्वार की
दिशा में, मुख्य सभागार में चाणक्य नीति के अनुकूल चंद्रगुप्त को दी गई शिक्षा और
सम्राट अशोक के धर्मोपदेश तथा उसके द्वारा संकल्पित कर्तव्य पालन के लिए स्तंभों
पर अंकित घोषणापत्र का प्रतिरूप दीवालों पर अंकित देख कर ट्रस्ट की ओर से लिए गए
संकल्प की पुष्टि हुई।
तदनुसार 29 नवंबर 2015 को श्री विश्वनाथ मंदिर परिसर में प्रातःकालीन आरती में
सम्मिलित होकर ड्रीम द्वारका संकल्प को दृढ़ किया गया।
ड्रीम द्वारका Vision Document
द्वारका सब सिटी में पौध रोपण कार्यक्रम
कार्यक्रम का
उद्देश्य :- द्वारका सबसिटी के लोगों की जीवन
शैली में सुधार और उन्हें पूर्ण स्वस्थ बनाना
·
यहां के वासियों को स्वयं अपने सामने ऑरगेनिक फूड के कुछ
अंश जैसे सब्जियां उगाने के लिए प्रेरित करना है ताकि उन्हें बिल्कुल शुद्ध
हानिरहित सब्जियां मिल सके।
·
पाचन संबंधी हर तरह के विकारों के समाधान के लिए मिलावट
रहित आहार के प्रथम चरण में सब्जियों और कुछ औषधियों को अपने सामने तैयार करना
करवाना है।
·
इन वृक्षों, पौधों और वनस्पतियों को लगाने से उपभोक्ता
आधारित संस्कृति वाली द्वारका सबसिटी, आदर्श आत्म निर्भर इकाई के रूप में विकसित
होगी जहां लोग अपने और अपने परिजनों को स्वस्थ बनाने के साथ- साथ अन्य जीवों यथा
पशु, पक्षियों, कीटों और अन्य सूक्ष्म प्राणियों को भी अभय देकर संरक्षित करेंगे।
द्वारका सबसिटी में लगाए जाने वाले वृक्षों, वनस्पतियों का
विवरण
1. पांच फल वृक्षों, देशी आम,
महुआ, इमली, आंवला और जामुन को लगाया जाएगा
2. पांच औषधि वृक्षों, पीपल,
बड़, गुलर, नीम, हर्रे और बहेड़ा को लगाया जाएगा
इन दस प्रजाति के
वृक्षों के अलावा अन्य देशी प्रजाति जैसे अमलतास, गुलमोहर, कदंब, टेसू, सागवान, बेल आदि
के रोपण का भी प्रसार किया जाएगा। वृक्ष रोपण के साथ इनके फल, फूल, छाल और पत्तों
के प्रयोग की जानकारी भी दी जाएगी ।
3
हर सोसाइटी में
अनिवार्य रूप से एक आंवला और उसके निकटवर्ती पार्कों में अन्य वृक्षों के रोपण के
लिए जन चेतना जागृत की जाएगी
4
हर सोसाइटी को रूफ टॉप गार्डन कॉनसेप्ट ( Roof Top
Garden Concept-- RTGC ) के लिए प्रेरित किया जाएगा।
5
हर सोसाइटी में उपलब्ध छतों की संख्या के अनुरूप एक तिहाई
हिस्सा गमलों में लगने वाले औषधीय पौधों, एक तिहाई हिस्सा सब्जियों और एक तिहाई
हिस्सा फूलों के लिए आरक्षित किया जाएगा।
6
किचन गार्डन में एक ओर औषधीय महत्व की पांच वनस्पतियां
1.तुलसी, 2.एलोवेरा, 3. गिलोय ....4....5....
7..पांच मौसमी सब्जियां 1...2...3....4....5......और
8..पांच मौसमी फूल
1...2...3....4.....5.....लगाए जाएंगे।
·
इन के रोपण से ना केवल हम मानवों को शुद्ध सब्जियां, फूल और
औषधियां मिलेंगी बल्कि अन्य पशु , पक्षी और कीट प्रजाति के अन्य लाभदायक जीवों जैसे भंवरों और मधुमक्खियों
का संरक्षण भी होगा जिनकी सहायता से हानिकारक कीटों जैसे मच्छरों के उन्मूलन के
साथ शुद्ध शहद भी हर सोसाइटी में हम आवश्यकतानुसार तैयार कर सकेंगे।
यह प्रथम प्रारूप आज 3 दिसंबर को प्रस्तुत किया जा रहा है।
यदि हम महीने में केवल एक दिन ड्रीम द्वारका परियोजना के लिए निकाल
सकें तो स्वयं को स्वस्थ बनाने के साथ अपने परिजनों का भी उपकार कर सकते हैं।
द्वारका को अपने सपनों के अनुसार बनाने के लिए आइए हम मिल कर प्रयास करें।
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