01-01-2018
सोमवार है आज
सोम यानि चंद्रमा
आज पूरे शवाब पर है चांद
पूरनमासी है
व्रत है
हमारा आज
व्रती की कामना
आज के चांद की तरह रौशन रहे आपके चेहरे पर हर वक्त नूर
दूज के चांद से पूर्णिमा के चांद की तरह लगतार बढ़ती रहे आपकी आमदनी
साल भर
।।
पूरनमासी के चांद से अमावस की यात्रा की तरह
घटते रहें
जीवन के हर दुःख
संताप
साल भर
।।
हम और आप
मुस्कराते रहें
साल भर
।।
उछाह ले मन में तरंगे
सागर की लहरों की तरह
आज के चांद को
पूर्णिमा के चांद को
चूमने के लिये
लगा दें पूरा जोर
तन स्वस्थ मन प्रसन्न ले हिलोर
साल भर
।।
नया साल मुबारक हो
जल की तरह
वायु से करें होड़
अग्नि को लें थाम
गगन के विस्तार को दे चीर
धरती समान चलते रहें
सभी संतति को सहेजे
हम और आप
।।
शुभकामना
नव वर्ष की
मुस्कुराते रहें
साल भर
हम और आप
मुस्कान मेल पैग़ाम
मुस्कुराते रहो
साल भर
पुनश्चः
प्रीव्यू में प्रकाशन पूर्व देखा तो
तिथि 31 दिसंबर 2017
पर द्वारका दिल्ली, भारत में इस वक्त
प्रातःकाल के दस बज कर दस मिनट हमारी घड़ी अनुसार
अतः नया साल हमारा हो चुका
मुस्कुराते रहो
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