ड्रीम द्वारका परियोजना की लोकसेवा श्रीराम नवमी से शुरु करने की योजना थी । लेकिन ऐसा संभव हो नहीं सका। दरअसल रामजी जितना चाहते हैं जब चाहते हैं जिस रूप में चाहते हैं उससे अलग हम कुछ नहीं कर सकते हैं।
जिन मित्र ने ड्रीम द्वारका के लिए इंटरनेट दुनिया में तन उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया था वह आश्वासन आज तक नहीं पूरा हुआ ।
मैं स्वयं वेबसाइट बना सकूं यह योग्यता नहीं । धन लगाकर इसे शुरु कर दूं वैसी परिस्थितियां अभी उपलब्ध नहीं । वैसे में चाहकर भी लोकसेवा की शुरुआत जिसरूप में मैं चाहता था उस रूप में नहीं कर पाया ।
लेकिन अद्भुत है प्रभु की लीला।
रामजी की जयंती से लोकसेवा शुरु करने की मेरी योजना थी। लेकिन यह योजना रामनवमी से नहीं शुरु हुई तो रामजी ने इसके लिए मां जानकी की जयंती से शुरु करना तय किया। AIG वाट्सएप समूह पर लोकसेवा की शुरुआत प्रतिदिन वायस मैसेज के रूप में हो गयी है। इस समूह के अलावा तीन और अन्य समूह जिसमें लगभग डेढ़ दो सौ लोग जुड़े हैं यह सेवा चल रही है। इसके अलावा मेरे कुछ अन्य मित्र परिचितों को भी दैनिक वायस मेल उपलब्ध कराया जा रहा है।
मजे की बात यह है कि जो कुछ मैं बोल रहा हूं उसे लोग पसंद कर रहे हैं और अलग अलग विषयों पर मांग कर रहे हैं कि मैं जानकारियां दूं।
तो जो मैं चाहता था, वह तो नहीं हो पाया लेकिन बिल्कुल मेरी इच्छाओं की पूर्ति के लिए मानो रामजी ने An Initiative Group के संचालक डॉ ज्ञान सिंह गौडपाल को मुझसे काम लेने के लिए प्रेरित किया और जानकी जयंती से प्रति दिन चुने हुए परिचित लोगों के लिए लोक सेवा की शुरुआत हो गयी है।
आज 04-6-16 है वट सावित्री त्यौहार है और वट सावित्री से एक दिन पहले से दांपत्य जीवन और अपने संबंधो पर दो दिनों से मैं अपने विचार रख रहा हूं ।
यह सेवा किस रूप में आगे बढ़ेगी यह मैं नहीं जानता लेकिन विश्वास है कि रामजी जो भी करेंगे अच्छा ही करेंगे।
मैं आने वाले दिनों में इस ब्लाग को और आकर्षक बनाने का प्रयास करूंगा। अभी बस इतना ही।
जय सियाराम।
जिन मित्र ने ड्रीम द्वारका के लिए इंटरनेट दुनिया में तन उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया था वह आश्वासन आज तक नहीं पूरा हुआ ।
मैं स्वयं वेबसाइट बना सकूं यह योग्यता नहीं । धन लगाकर इसे शुरु कर दूं वैसी परिस्थितियां अभी उपलब्ध नहीं । वैसे में चाहकर भी लोकसेवा की शुरुआत जिसरूप में मैं चाहता था उस रूप में नहीं कर पाया ।
लेकिन अद्भुत है प्रभु की लीला।
रामजी की जयंती से लोकसेवा शुरु करने की मेरी योजना थी। लेकिन यह योजना रामनवमी से नहीं शुरु हुई तो रामजी ने इसके लिए मां जानकी की जयंती से शुरु करना तय किया। AIG वाट्सएप समूह पर लोकसेवा की शुरुआत प्रतिदिन वायस मैसेज के रूप में हो गयी है। इस समूह के अलावा तीन और अन्य समूह जिसमें लगभग डेढ़ दो सौ लोग जुड़े हैं यह सेवा चल रही है। इसके अलावा मेरे कुछ अन्य मित्र परिचितों को भी दैनिक वायस मेल उपलब्ध कराया जा रहा है।
मजे की बात यह है कि जो कुछ मैं बोल रहा हूं उसे लोग पसंद कर रहे हैं और अलग अलग विषयों पर मांग कर रहे हैं कि मैं जानकारियां दूं।
तो जो मैं चाहता था, वह तो नहीं हो पाया लेकिन बिल्कुल मेरी इच्छाओं की पूर्ति के लिए मानो रामजी ने An Initiative Group के संचालक डॉ ज्ञान सिंह गौडपाल को मुझसे काम लेने के लिए प्रेरित किया और जानकी जयंती से प्रति दिन चुने हुए परिचित लोगों के लिए लोक सेवा की शुरुआत हो गयी है।
आज 04-6-16 है वट सावित्री त्यौहार है और वट सावित्री से एक दिन पहले से दांपत्य जीवन और अपने संबंधो पर दो दिनों से मैं अपने विचार रख रहा हूं ।
यह सेवा किस रूप में आगे बढ़ेगी यह मैं नहीं जानता लेकिन विश्वास है कि रामजी जो भी करेंगे अच्छा ही करेंगे।
मैं आने वाले दिनों में इस ब्लाग को और आकर्षक बनाने का प्रयास करूंगा। अभी बस इतना ही।
जय सियाराम।
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